Amazing and Weird Facts : दुनिया में एक ऐसा भी देश मौजूद है, जहां इंसानों से ज्यादा संख्या भेड़ों (More Sheep Than Human) की है. दिलचस्प बात ये भी है कि इस देश में एक भी सांप (Snake Free Country) नहीं है.
Amazing Facts About New Zealand : दुनिया के नक्शे पर छोटे-बड़े सैकड़ों देश हैं और उनकी अपनी-अपनी भौगोलिक परिस्थितियां हैं. हर जगह की अपनी खासियत है और इसके ज़रिये वो अपनी अलग पहचान रखता है. दुनिया में कई देशों के बारे में तो हमें पता है, लेकिन कुछ देशों की विशेषताओं को लेकर हम आज भी अनभिज्ञ है. मसलन न्यूज़ीलैंड का नाम सभी ने सुना होगा, लेकिन इससे जुड़े जो दिलचस्प तथ्य (Amazing Facts) हम आपको बताने जा रहे हैं, वो आपने नहीं सुने होंगे.
न्यूजीलैंड की गिनती सबसे खूबसूरत देशों में होती है. प्राकृतिक दृश्यों और जंगलों के बारे में बात की जाए, तो ये देश काफी हरा-भरा है. लोग यहां मौजूद सुंदर नज़ारे देखने के लिए दुनिया भर से आते हैं. इतना ही नहीं ये ऐसा देश है, जहां कोई भी काम शुरू करना हो तो आपको ज्यादा पेपरवर्क नहीं करना पड़ता. इतनी सारी खासियत होने के बाद भी आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां की जनसंख्या बहुत कम है.
भेड़ों से भी कम है इंसान
न्यूज़ीलैंड दुनिया का अकेला देश है, जहां इंसानों की आबादी भेड़ों से भी कम है. देश में कुल रहने वाले लोगों की संख्या 48 लाख के आसपास है. इस देश में भेड़ों की भी आबादी कम नहीं है. न्यूज़ीलैंड में एक इंसान पर औसतन 5 भेड़ें मौजूद हैं. पहले ये संख्या 8-10 भेड़ें/व्यक्ति थी, जो अब घटकर 5 भेड़ों तक रह गई है. भेड़ें ज्यादा होने की वजह से इस देश में हर आदमी के लिए 100 किलो मक्खन और 65 किलो चीज़ का उत्पादन होता है.
इतना ही नहीं न्यूज़ीलैंड की एक और खासियत ये है कि यहां पर भेड़ें इतनी सारी हैं, लेकिन सांप एक भी नहीं हैं. घने जंगल होने के बाद भी सांप मिलना बेहद मुश्किल है. अगर कहीं ये दिख भी जाए, तो इसे पुलिस के हवाले करना होता है.
इस देश में इंसानों से ज्यादा हैं बिल्लियां
लेबनान से थोड़ी दूरी पर मौजूद देश साइप्रस को बिल्लियों का द्वीप कहा जाता है. साइप्रस में रहने वाले लोगों की कुल जनसंख्या 12 लाख से कुछ ज्यादा बताई जाती है, लेकिन यहां रहने वाली बिल्लियों की जनसंख्या 15 लाख के आस-पास है. सोचिए, इंसानों से 1-2 लाख ज्यादा ही बिल्लियां इस जगह पर रहती हैं. मज़े की बात तो ये है कि बिल्लियों के रहने से यहां के लोगों को कोई दिक्कत नहीं है बल्कि उन्हें इनके साथ रहने की आदत पड़ चुकी है.